महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ से आए 14 हजार मजदूरों को घरों में क्वारैंटाइन किया, दरवाजे पर लिखा- डू नॉट विजिट

बालाघाट. कोरोना संक्रमण के बढ़ते दायरे को देखते हुए बालाघाट में करीब 14 हजार ग्रामीणों को क्वारैंटाइन किया गया है। प्रशासन द्वारा लॉकडाउन का सख्ती के साथ पालन कराने के तहत ये किया गया है। जिले के लांजी, बहेला, किरनापुर क्षेत्र के 50 से अधिक गांवों के लोगों को, जो बाहर से आए हैं, जिला प्रशासन ने उनकी जांच कराने के बाद उनके घर-गांव भेजा और उन्हें घर में रहने को कहा गया है। ऐसे 14 हजार से ज्यादा लोग हैं, जिन्हें क्वारैंटाइन किया गया है और उनके घर के बाहर कोविड 19 की सूचना चस्पा कर दी गई है। दरवाजे पर लिख दिया है- 'डू नॉट विजिट' की सूचना। 



घर-घर पहुंचकर तलाशे गए ग्रामीण, दरवाजे पर लगाई सूचना


जिले के किरनापुर, लांजी अंतर्गत आने वाले 50 से अधिक गांवों के ग्रामीणों की तलाश कर पुलिस व प्रशासन ने उन्हें उनके घर में ही क्वारैंटाइन कर दिया है और उनके घरों के दरवाजे पर बाकायदा सूचना भी लिखी गई है। यहां लांजी और किरनापुर अनुभाग में तीन सीमाओं पर सघन जांच की जा रही है। महाराष्ट्र के गोंदिया जिले से लगी दो सीमाएं और छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव से एक अंतर्राज्यीय सीमा लगती है। इसके अतिरिक्त पांच सीमाएं जंगल और कच्चे रास्तों वाले हैं। सुरक्षा को देखते हुए इन कच्चे रास्तों पर स्थानीय युवकों का सहयोग लेकर पूरी व्यवस्था बनाई गई है। 



अब तक 14 हजार से अधिक का कोरोना टेस्ट 
जिला प्रशासन के मुताबिक, 25 मार्च से अब तक टीम सब डिवीजन किरनापुर और लांजी में ही लगभग 14000 बाहर से आए लोगों को सुविधा और सामान के साथ उनके घरों तक पहुंचाया गया है। जो व्यक्ति किन्हीं अन्य रस्तों से भी यदि क्षेत्र में आए हैं तो उनकी भी बाद में गांव से सूचना मिलते ही जांच करवाई जा रही है। इसके अतिरिक्त भी 25 मार्च से पहले आए किसी भी व्यक्ति की बाहर से आए होने की सूचना मिलने पर उसके घर मेडिकल टीम भेजकर जांच करवाई जाती है। यहां सीमा पर 24 घंटे स्वास्थ्य विभाग की टीम मौजूद है।